अक्लमंदी
समझदारी
होशियारी
ये वे शब्द हैं
जिनके नाम पर
लोगों को
हमेशा से ही ठगा गया है,
बनाया गया है बेवकूफ |
मूर्ख
भी करते हैं, अक्सर होशियारी
पर नहीं समझते
अपनी होशियार हरकतों से
समझदार की हत्या
कर देते हैं, वे|
डाॅ. भूपेन्द्र हरदेनिया
चित्र साभार - प्रतिलिपि डाट काम
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें